Chandra Gochar: मकर राशि में विराजमान चंद्र चमकाएंगे 3 राशियों का भाग्य, दूर होगी आर्थिक तंगी
वैदिक ज्योतिष में चंद्र ग्रह को बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। चंद्रमा न केवल व्यक्ति के मन और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, बल्कि ये माता, यात्रा, सुख, जल तत्व और मानसिक स्थिति जैसे जीवन के कई पहलुओं से भी जुड़े होते हैं। जैसे सूर्य आत्मा के कारक माने जाते हैं, वैसे ही चंद्रमा को मन का स्वामी कहा गया है।
यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में चंद्र ग्रह शुभ स्थान पर और बलवान हो, तो वह मानसिक रूप से स्थिर, भावनात्मक रूप से संतुलित और सुखमय जीवन जीता है। वहीं, अशुभ चंद्रमा मन की बेचैनी, भ्रम, भय और निर्णय में असमर्थता को जन्म देता है।
चंद्र गोचर 14 जून 2025: क्या बदलेगा?
द्रिक पंचांग के अनुसार, 14 जून 2025 को प्रातः 5:37 बजे चंद्रमा ने धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर लिया है। यह गोचर 16 जून 2025 को दोपहर 1:09 बजे तक प्रभावी रहेगा। मकर राशि शनि की राशि मानी जाती है और चंद्रमा यहां शत Read more...