कानपुर न्यूज डेस्क: कानपुर में इन दिनों मौसम का डबल असर देखने को मिल रहा है। एक तरफ तापमान लगातार सामान्य से नीचे चल रहा है, वहीं दूसरी ओर घने कोहरे ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। खासकर फुटपाथ पर रहने वाले लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। आईएमडी के अनुसार 11 दिसंबर को न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.2 डिग्री कम रहा। 2002 में इस दिन तापमान 4 डिग्री दर्ज हुआ था। आने वाले दिनों में ठंड और भी बढ़ने की उम्मीद है। 12, 13 और 14 दिसंबर की सुबह कोहरे के चलते विजिबिलिटी में कमी आने की चेतावनी भी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 जिलों में घना कोहरा छाने का अलर्ट जारी किया है। इसमें देवरिया, गोंडा, बाराबंकी, अयोध्या, लखनऊ, सीतापुर, बरेली, महाराजगंज और शाहजहांपुर सहित कई जिले शामिल हैं। आसपास के क्षेत्रों में भी कोहरे का असर दिखेगा। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका सीधा असर प्रदेश के मौसम पर पड़ेगा। अगले तीन-चार दिनों तक पूर्वी हवाएं भी प्रभाव डालेंगी, जिससे मौसम में बदलाव के साथ छुटपुट बारिश की संभावना भी बन सकती है।
कानपुर का न्यूनतम तापमान लगातार रिकॉर्ड के करीब पहुंच रहा है। 11 दिसंबर 2002 को जहां तापमान 4 डिग्री पहुंच गया था, वहीं इस बार 11 दिसंबर 2025 को यह 6 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से काफी कम है। पिछले कई दिनों से कानपुर प्रदेश के सबसे ठंडे शहरों में गिना जा रहा है। तापमान में तेज गिरावट लोगों की दिनचर्या पर असर डाल रही है और सुबह-शाम की ठंड ने गलन बढ़ा दी है।
सीएसए कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडे के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में कोहरे की तीव्रता और बढ़ सकती है। ठंड भी और ज्यादा कड़ाके की होगी। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का प्रभाव गंगा के मैदानी हिस्सों में साफ दिख रहा है। उत्तर और पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाएं मौसम को और ठंडा बनाएंगी, जिससे लोगों को अगले सप्ताह तक राहत मिलने की संभावना कम है।